tag:blogger.com,1999:blog-1400721984689425484.post2240562268818428166..comments2023-06-10T17:38:48.622+05:30Comments on भदेस भारत: इन कुसंस्कारियों से संस्कृति की रक्षा कीजिएभुवन भास्करhttp://www.blogger.com/profile/04695143329018446492noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-1400721984689425484.post-81668192824814316062009-01-28T14:29:00.000+05:302009-01-28T14:29:00.000+05:30उचीत अनुचित के मानदण्ड हर व्यक्ति के अलग होते है. ...उचीत अनुचित के मानदण्ड हर व्यक्ति के अलग होते है. <BR/><BR/>शराब पीना शायद गलत है, तो सरकारें क्यों शराब के ठेके देती है? जगह जगह क्यों शराब की दुकाने हैं. पहले उन्हे खत्म करो. <BR/><BR/>मेंगलोर में जो हुआ, गलत हुआ. किसी को पब में बैठना है तो यह उनकी इच्छा है. हम कौन होते है, उन्हे पीटने वाले?संजय बेंगाणीhttps://www.blogger.com/profile/07302297507492945366noreply@blogger.com